समाजवादी पार्टी से उम्मीद नहीं, आज़म ख़ान की पत्नी के कॉमेंट के जवाब में अखिलेश बोले, बस तीन ही रास्ते बचे,
आज़म खान की पत्नी तंजीन ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उन्हें समाजवादी पार्टी से कोई उम्मीद नहीं है, उन्हें बस अल्लाह पर ही उम्मीद है, इस आज अखिलेश यादव ने बयान दिया है।
आज़म ख़ान की पत्नी तंजीन फातिमा ने अखिलेश यादव को बैकफुट पर ल दिया, जेल में बंद आज़म खान से मिलकर निकली तंजीन ने कहा मुझे समाजवादी पार्टी कोई उम्मीद नहीं है,
आज़म ख़ान के समर्थक आरोप लगाते रहे हैं, समाजवादी पार्टी ने उनसे मुंह फेर लिया है, कांग्रेस के इमरान मसूद तो जैसे आपदा में अवसर मिल गया है वो तो वैसे भी रहते हैं कि समाजवादी पार्टी में मुसलमान दरी बिछाते हैं।
अखिलेश यादव बोले हम क्या कर सकते हैं........
तंजीन फातिमा के बयान पर अखलेश यादव ने कहा कि उनके पास तो बस तीन विकल्प हैं, हम क्या कर सकते हैं यूपी की बीजेपी सरकार उन पर अन्याय कर रही है।
उन पर मुकदमे पर मुकदमे लगाए जा रहे हैं तो ऐसे में सरकार बदलने पर ही आज़म ख़ान को राहत मिल सकती है, तो आप सब मिलकर सरकार बदलें।
अखलेश यादव ने कहा कि दूसरा रास्ता अदालत का है. उन्हें कोर्ट से इंसाफ मिल सकता है, तीसरा विकल्प तो भगवान है, मतलब ऊपर वाला।
पति के लिए आम लेकर गईं थीं तंजीन फातिमा
कुछ समय पहले तक तंजीन फातिमा जेल में थीं, सीतापुर जाकर उन्होंने जेल में बंद अपने पति आज़म ख़ान से मिली, राज्य सभा सांसद रहीं तंजीन फातिमा ने जेल से बाहर निकलते ही।
समाजवादी पार्टी पर बम फोड़ दिया उन्होंने कहा कि मुझे किसी से कोई उम्मीद नहीं, मुझे बस अल्लाह से उम्मीद है तंजीन अपने पति आज़म ख़ान की पसंद के आम लेकर भी गईं थीं।
सपा के पूर्व सांसद एस टी हसन बोले, तंजीन के आरोप गलत है
समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आज़म ख़ान लंबे समय से जेल में हैं, कोर्ट से सजा होने के बाद, विधानसभा की उनकी सदस्या भी चली गई है।
आज़म ख़ान और उनकी पत्नी और उनके दोनों बेटों पर कई मुकदमे चल रहे हैं उनके समर्थको का आरोप है कि अखिलेश यादव ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है।
पर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस टी हसन कहते हैं कि पार्टी ने तो आज़म की हर ज़िद पूरी की है, उन्होंने कहा की तंजीन फातिमा के आरोप गलत हैं।
आज़म ख़ान का यह दर्द कैसे होगा कम
एस टी हसन वही नेता हैं, जिनका टिकट आज़म ख़ान ने पिछले लोकसभा चुनाव में कटवा दिया था आज़म ख़ान की ज़िद के कारण रूचिवीरा को मुरादाबाद से टिकट मिला था।
लेकिन अखिलेश यादव ने धोबी पछाड़ चलते हुए आज़म के विरोधी मोहिबुल्लाह नदवी को रामपुर से टिकट दे दिया नदवी सांसद भी बन गए आज़म ख़ान को अब।
भी इसका दर्द है उनका दर्द तो यह भी है कि अखिलेश यादव इन दिनों उन्हें छोड़ कर दूसरे मुस्लिम नेताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, जैसे सम्भल के सांसद जिया उर रहमान वर्क।
और कैराना की सांसद इकरा हसन कांग्रेस के इमरान मसूद और अखिलेश यादव का झगड़ा पुराना है समाजवादी पार्टी में मुसलमान दरी बिछाते है वाला बयान देने वाले इमरान मसूद आज़म के हमदर्द हैं।
वे तो चहते हैं कि आज़म ख़ान उनके साथ जुड़ें, इमरान मसूद ने कहा कि अखिलेश यादव चाहते तो आज़म ख़ान को इतनी तख़लीफ नहीं झेलनी पड़ती।
इमरान मसूद की यह बात सही है कि पार्टी को होना चाहिए था कि आज़म ख़ान को पूरा सपोर्ट करती पर ऐसा नहीं हुआ ।

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